मुंबई शहर में रिहाइश जगह की दिक्कत को एक भुक्तभोगी ने इन शब्दों में बयां किया :
मेरे पड़ोस में एक कुवारी बाला रहती है जिसका बेडरूम एन मेरे बेडरूम के पहलू में है । मेरा बेडरूम इतना छोटा है की वो जरा और छोटा होता तो लोग बाग कहते की हम पाप की ज़िन्दगी जी रहे है ।
मेरे पड़ोस में एक कुवारी बाला रहती है जिसका बेडरूम एन मेरे बेडरूम के पहलू में है । मेरा बेडरूम इतना छोटा है की वो जरा और छोटा होता तो लोग बाग कहते की हम पाप की ज़िन्दगी जी रहे है ।
No comments:
Post a Comment